हर किसी के मन में कई ख़्याल, या भाव आते हैं किन्तु हर कोई हर भाव को पन्ने पर नहीं उतार सकता है | ढ़ेरो भावों, विचारों में से कुछ रचनाकार उन्हें शब्द देकर पंक्तिया बनाकर कविता, कहानी या और अलग साहित्यिक रुप देते हैं | काव्यांश साहित्यिक समूह द्वारा संकलन “मन का दर्पण” में भी ऐसी ही कुछ रचनाएं है जिनमें मन के भावों को कलम से कागज पर उतारा गया है, हम आशा करते है की यह संकलन पढ़कर अपने भावों से जोड़ते हुए आप भी कुछ नया सीखेंगे और अपने ज़िन्दगी से जोड़ते हुए नया कार्य या पुराना ही नए तरह से करेंगे | हिन्दी साहित्य के सभी रचनाकारों के योगदान के लिए समूह हमेशा से आभारी है और हमेशा रहेगा |
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मन का दर्पण
Joyous Jaya Rauniyar
Reviews
Bunch of beautiful poetry and gazal.