मेरा नाम मोहन तिवारी है! मैं मुंबई में रहता हूँ मुझे लिखने का बेहद शौक हैं , आज यह चौथा काव्य संकलन सौंपते हुए हर्षानुभूति हो रही है ! SRSD Publication के साथ मैं काफी समय से जुड़ा हूँ और अब आख़िरकार मेरा इनके साथ जो पुस्तक प्रकशन का सपना था वो पूरा हुआ और मुझे पूरा विश्वास भी है कि जिस तरह आप सभी पाठकों ने विगत संकलनों पर अपनी प्रतिक्रिया और आशीर्वाद से नवाजा है इस बार भी वही प्रेम आप सबसे पुन: प्राप्त होगा मेरी इस पुस्तक में आपको मेरे बारे में जानने का मौका मिलेगा मेरी जिंदगी बड़ी मुश्किलों से जूझती निकली है ! इस पुस्तक में जीवन से जूझती कवितायेँ , उतार - चढ़ाव , दुःख भरी कवितायेँ पढने को मिलेगी ! कैसे बूँद बूँद से सागर भरता है , आपको पता चलेगा उम्मीद है आपको मेरी ये पुस्तक पसंद आएगी !! मैं एस आर एस दी पब्लिकेशन की संस्थापक सृष्टि शिवहरे जी का बहुत आभारी हूँ जिन्होंने मेरी किताब को प्रकाशन के साथ साथ चार चाँद भी लगा दिए !
बूँद बने सागर
Srishti Shivhare