कैंपस कलरव इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नवोदित कवियों की रचनाओं का संकलन है। अधिकांश
कवि स्नातक के छात्र हैं, अभी वे युवावस्था की दहलीज पर हैं। अभी उनकी बोली साफ नहीं हुई है पर यह तुतलाहट भी मधुर है। वे दुनिया को देखना सीख रहे हैं। इनकी कविताओं में रूमानियत है तो भविष्य के सपने भी हैं। सामाजिक समस्याओं और कुरीतियों पर प्रहार है तो अधूरे प्रेम का दर्द भी है। संग्रह में हर भाव की कविता है। कहीं बेरोजगारी का दर्द है तो कहीं जिंदगी के लिए जिजीविषा भी दिखती है। सारे कवि इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े हैं । अतः यह स्वाभाविक है कि कविताओं में इलाहाबाद विश्वविद्यालय और शहर के दृश्य प्रचुरता से उपस्थित हैं।
कैंपस–कलरव: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के नवांकुरित कवियों की रचनाएं।
Vedpraksh 'Utsav'